वाशिंगटन, 07 जनवरी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरकार अपने भाग्य को स्वीकार करते हुए चुनाव नतीजों को पलटने की कोशिश समाप्त कर दी और नए राष्ट्रपति जो बाइडन को सत्ता सौंपने का रास्ता साफ कर दिया।
ट्विटर द्वारा ट्रम्प के खाते पर रोक लगाने के चलते उनके स्थान पर उनके एक सहयोगी ने ट्विटर कर उनका संदेश साझा किया। इसमें ट्रम्प ने कहा, “भले ही मैं चुनाव के परिणाम से पूरी तरह असहमत हूं, और तथ्य इसकी ओर इशारा करते हैं, फिर भी 20 जनवरी को व्यवस्थित सत्ता हस्तांतरण होगा।”
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हमेशा कहा है कि हमें केवल वैध मतों को गिनती में लाए जाने कि अपनी लड़ाई जारी रखनी है। हालांकि यह राष्ट्रपति पद के इतिहास में सबसे बेहतरीन फर्स्ट टर्म का अंत है लेकिन यह अमेरिका को श्रेष्ठ बनाने की लड़ाई कि महज शुरुआत है।
अमेरिकी कांग्रेस ने गुरुवार को इलेक्ट्रोल कॉलेज के मतों को प्रमाणित करते हुए डेमोक्रेट नेता जो बाइडन को राष्ट्रपति निर्वाचित घोषित कर दिया। यह वाशिंगटन में ट्रंप के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटोल में किए गए हंगामे के कुछ घंटों बाद हुआ है। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने इस जीत को पुष्टि की है। उन्होंने पहले ही कहा था कि वह मतदाताओं के फैसले को बदलने की कोशिशें नहीं करेंगे।
बुधवार को कैपिटोल में ट्रम्प समर्थकों के आक्रमक हंगामे के चलते सांसदों को भी परिसर छोड़ने के लिए मजबूर होने पड़ा था। वे वाशिंगटन की मेयर मुरील बोसेर द्वारा कर्फ्यू लगाए जाने और अमेरिकी राजधानी में 15 दिनों के आपातकाल की घोषणा करने के बाद ही वापस लौटे।
ट्रम्प समर्थकों के हिंसक हंगामें में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वाशिंगटन के पुलिस प्रमुख रॉबर्ट जे कॉन्टे ने बुधवार देर शाम एक समाचार ब्रीफिंग में बताया कि एक स्थानीय अस्पताल में एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई। तीन अन्य लोगों में दो पुरुषों और एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। भीड़ के हमलों में चौदह पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं।
सीनेट और प्रतिनिधि सभा दोनों ने बुधवार रात दो बार मतदान किया, एरिज़ोना और पेंसिल्वेनिया राज्यों में चुनाव परिणामों को पलटने के प्रयासों को खारिज कर दिया। सीनेट के अध्यक्ष उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सभी संयुक्त सत्रों की अध्यक्षता की। ट्रम्प समर्थकों के बुधवार को किए गए हंगामें की दुनियाभर में निंदा हुई है।