सुशील
नई दिल्ली/श्रीनगर, 25 जनवरी।केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू और कश्मीर के शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए बड़े सुधार लाएगी। निशंक ने यह बात श्रीनगर में सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के दो दिवसीय पशिक्षण कार्यक्रम निष्ठा के उद्घाटन अवसर पर कही।कार्यशाला में जम्मू कश्मीर के 37 हजार सरकारी शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह इस तरह का सबसे बड़ा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। केंद्र सरकार की आउटरीच पहल में अपने योगदान को जारी रखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने श्रीनगर के एस के इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में निष्ठा के (राष्ट्रीय स्कूशल प्रधानाध्यानपक एवं शिक्षक समग्र उन्नति पहल) का उद्घाटन किया। यह केंद्रशासित प्रदेश के शिक्षकों के लिए अपनी तरह का सबसे बड़ा दो दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण कार्यशाला है।
इसके अलावा मंत्री ने इस मौके पर कई पूर्ण परियोजनाओं और पहलों को ई-लॉन्च किया। निशंक ने कहा कि निष्ठा एक बेंचमार्क कार्यक्रम है जो पूरे देश में शिक्षा के मानकों को बढ़ाएगा। यह बच्चों में रचनात्मकता को विकसित करने में मददगार साबित होगा और उनकी कल्पनाशीलता के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक भलाई को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए उर्दू भाषा में तैयार किया गया कार्यक्रम इस क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा कि निष्ठा को देश के 20 राज्यों में पहले ही लॉन्च किया जा चुका है और अब तक लगभग 21 हजार ई-रिसोर्स व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को बेहतर नागरिक के रूप में समग्र विकास में मदद करना है। कार्यक्रम में शामिल कला मॉड्यूल सहयोग और एकता की भावना को जिम्मेदारी के साथ जोड़ते हैं। मंत्री ने ऐसे कार्यक्रमों में सहयोग के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने डिग्री कॉलेजों की स्थापना, बुनियादी ढांचे के उन्नयन, छात्रावास के निर्माण और अन्य सुविधाओं सहित लगभग 45 परियोजनाओं का ई-उद्घाटन किया। इनमें श्रीनगर में अत्याधुनिक शिक्षण और शिक्षण सुविधाओं से लैस 25 स्मार्ट स्कूल शामिल हैं।