सुशील
नई दिल्ली, 25 जनवरी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्वाचन आयोग की दुर्गम निर्वाचन क्षेत्रों सहित देशभर में मतदाता पंजीकरण और मतदान के लिए मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए सराहना करते हुए कहा कि आजादी के समय 16 प्रतिशत की साक्षरता दर वाला भारत आज विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र बन गया है।आज देश के 70 प्रतिशत तक मतदाता अपने मताधिकारों का प्रयोग कर रहे हैं यह सब हमारे मजबूत लोकतंत्र की पहचान है।
राष्ट्रपति कोविंद ने शनिवार को निर्वाचन आयोग के 71वें स्थापना दिवस और 10वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के विशेष अवसर पर यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा लोकतंत्र, चुनाव प्रक्रिया और मतदाता ये सभी विश्व समुदाय में भारत को गौरवपूर्ण स्थान दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के तुरंत बाद सभी नागरिकों को वयस्क मताधिकार प्रदान करने की काफी आलोचना हुई थी, क्योंकि उस समय तक लोकतंत्र केवल सम्पन्न और विकसित देशों तक ही सीमित था। ऐसी आशंका व्यक्त की गई थी कि केवल 16 प्रतिशत साक्षरता तथा गरीबी के कारण वयस्क मताधिकार का प्रयोग सफल नहीं हो सकेगा। यहां तक कि भारत में वयस्क मताधिकार दिए जाने को दुनिया का सबसे बड़ा जुआ (द बिगस्ट गैम्बल इन हिस्ट्री) कहा गया था। हालांकि हमारे मतदाताओं ने इसे विश्व इतिहास में लोकतंत्र का सबसे बड़ा और सफल प्रयोग सिद्ध कर दिखाया।
राष्ट्रपति ने कहा कि पहले आम चुनाव से लेकर पिछले वर्ष सम्पन्न हुए 17वें आम चुनाव तक भारत के मतदाताओं ने लोकतंत्र की साख पूरे विश्व में बढ़ाई है। इसके लिए मैं देश के सभी मतदाताओं का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में, महिलाओं ने पुरुषों के लगभग बराबर मतदान किया। मुझे बताया गया है कि महिलाओं और पुरुषों के बीच का फर्क केवल 0.1 प्रतिशत था। 17 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जोंग-फोहाटे गांव की 107 वर्ष की नाथोंग-सावेन ने भी 2019 के लोकसभा चुनाव में पहाड़ी से नीचे उतर कर मतदान किया। वे पूरे गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं और उस गांव में महिलाओं ने शत-प्रतिशत मतदान किया।
राष्ट्रपति ने दिव्यांगों, वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए मतदान को सुगम बनाने के लिए विशेष प्रयास करने के लिए चुनाव आयोग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की एक राष्ट्रव्यापी सूची उन्हें विशेष सुविधाएं प्रदान करने के लिए बनाई गई है। उन्होंने दिव्यांगों को डाक मतदान की सुविधा उपलब्ध कराने पर प्रसन्ना जताई।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अधिकारियों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। मतदान के अनुभव को सुविधाजनक बनाने के लिए एसवीईईपी एप लॉन्च किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा मौजूद थे।