कौशल/ऋषभ
वेलकम टू उदयपुर। उदयपुर में नगर निगम के नए बोर्ड के गठन के बाद ही हैप्पी न्यू ईयर आया और स्मार्ट सिटी के कार्यों के साथ इज ऑफ लिविंग का सर्वे भी आप तक आ रहा है। नगर निगम ने राजस्व बढ़ाने के लिए यूडी टैक्स पर फोकस किया है। नए साल के साथ अपने पूरे कार्यकाल में पार्षद अपने उदयपुर के लिए कैसा सपना देखते हैं, उदयपुर के एक छोटे से हिस्से के लिए वे जिम्मेदार होने के नाते किन कार्यों को तरजीह देंगे, इसके लिए वेलकम टू उदयपुर टीम ने पार्षदों के दिल को टटोला।
आइये जानते हैं, वार्ड-07 के कांग्रेस से पार्षद हिदायतुल्ला ने अपने क्षेत्र की किन जरूरतों और पार्षद के दायित्वों को हमारे साथ शेयर किया।
पहली बार पार्षद बने हिदायतुल्ला ने वेलकम टू उदयपुर से बातचीत के दौरान बताते हैं कि वे अपने क्षेत्र में ऐसी छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर परेशान होते और सोचते थे कि जो समस्या मामूली से प्रयास से दूर हो सकती है, लेकिन इच्छाशक्ति नहीं होती। न तो जनप्रतिनिधि की, न संबंधित सरकारी सेवकों की। खैर, उन्होंने वार्ड में बेहद सामान्य लेकिन बेहद जरूरी सी सुविधाओं की दरकार साझा की।
- वार्ड में पुस्तकालय की दरकार है।
- मस्जिद का पार्क खराब है।
- सामुदायिक भवन नहीं है। जगह पार्षद की नजर में है और वे शीघ्र ही इस पर आगे बढ़ेंगे।\
- खाद्य सुरक्षा, मेडिकल, पेंशनर्स आदि सुविधाओं के लिए घर-घर जागरूकता और जानकारी पहुंचना जरूरी है।
- गरीब नगर कच्ची बस्ती डिनोटिफाई होकर पक्की बस्ती में कन्वर्ट तो हुई, लेकिन कन्वर्जन चार्ज काफी ज्यादा है। इसे कम से कम दर पर करवाने के लिए पार्षद हिदायतुल्ला ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। उनका अपने पार्षद कार्यकाल का यह सबसे बड़ा लक्ष्य है।
पार्षद हिदायतुल्ला वार्ड में सामान्य सुविधाओं को ही विकसित करने में फोकस कर रहे हैं, कारण वे कहते हैं कि ये सामान्य सी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी तब भी वार्ड कुछ विकसित लगेगा। स्वच्छता तो टारगेट है ही और पुस्तकालय होने से बच्चों और युवा पीढ़ी को कुछ अच्छा साहित्य पढऩे की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी तो सामान्य ज्ञान में भी बढ़ोतरी होगी।