सुनीता कौशल
उदयपुर, 10 जनवरी। कठपुतली एवं लोक कलाओं की अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था उदयपुर के भारतीय लोक कला मण्डल की ओर से 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकानन्द का मंचन किया जाएगा। यह मंचन स्वामी विवेकानन्द की 157वीं जयंती के अवसर पर संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर शाम 7 बजे होगा।
भारतीय लोक कला मण्डल उदयपुर के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द ने अपनी शिक्षाओं से दुनिया भर के लाखों युवाओं को प्रेरित किया। 1893 में शिकागो में हुए धर्म सम्मेलन में उनकी वर्ता को मानव जीवन एवं विश्व शांति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया। भारत की आध्यात्मिकता से प्रेरित संस्कृति और मजबूत इतिहास पर उनके प्रसिद्ध भाषण ने अमेरिकियों से विशेष रूप से बौद्धिक सर्कल से प्रशंसा प्राप्त की। उनके मजबूत व्यक्तित्व, विज्ञान और वेदांत में व्यापक ज्ञान और मानव और पशु जीवन के प्रति सहानुभूति ने उन्हें शांति और मानवता का प्रेरणा स्रोत बना दिया। स्वामी विवेकानन्द के जीवन एवं उनके द्वारा मानव समाज कि उन्नति के लिए दिये गए सन्देशों को आम जन तक पहुचाने के उद्देश्य से उनके 150 वे जन्म वर्ष के अवसर पर सन 2013 में रामकृष्ण मिशन नई दिल्ली के सौजन्य से भारतीय लोक कला मण्डल उदयपुर द्वारा स्वामी विवेकानन्द कठपुतली नाटिका का निर्माण किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि उक्त कठपुतली नाटिका के 300 से अधिक प्रदर्शन राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर के समारोह में हो चुके हैं जिनमें भारत के विभिन्न राज्यों सहित अमेरिका में 5, कनाडा में 6, मलेशिया में 4, सिंगापुर में 9 तथा यू.के. में 12 प्रदर्शन सम्मिलित हैं। इसके साथ ही उक्त कठपुतली नाटिका का मंचन 3 जनवरी 2018 को लोक सभा के बाल योगी सभागार में भी किया गया है। कार्यक्रम में दर्शकों का प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है।